गया: 1960, 1968 एवं 1974 के हड़ताल में शहीद हुए रेलवे कर्मचारियों के सम्मान में मनाया गया शहीदी दिवस

ICN NEWS BIHAR/GAYA(बिष्णु सिन्हा):

 

गया: ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन गया शाखा मे सोमवार को रेलवे द्वारा 1960, 1968 एवं 1974 के हड़ताल में शहीद हुए उन रेलवे कर्मचारियों के सम्मान में शहीदी दिवस मनाया गया । सर्वप्रथम अमर शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन उपस्थित सभी कर्मचारियों द्वारा रखा गया तत्पश्चात शहीद वेदी पर अमर शहीदों को पुष्पांजलि करते हुए उनके बलिदान को याद किया गया। कामरेड मिथिलेश कुमार कार्यकारी अध्यक्ष हाजीपुर सह पीएनएम प्रभारी डीडीयू सह वर्किंग कमेटी मेंबर, एआईआरएफ ,नई दिल्ली द्वारा उपस्थित रेलवे कर्मचारियों को आज के दिवस की महत्ता के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया कुछ नए युवा कर्मचारी जो इन बलिदानों से पहली बार अवगत हुए उन्हें बताया गया कि किस प्रकार इनके बलिदान के फलस्वरूप रेलवे में 1960 के हड़ताल के कारण महंगाई भत्ता (D.A.), 1968 के हड़ताल के कारण कार्य के निश्चित घंटे का निर्धारण तथा 1974 के हड़ताल के कारण उत्पादकता आधारित बोनस आज हम सबों को मिल रहा है जो इन शहीदों के बलिदान तथा अन्य शामिल कर्मचारियों के त्याग एवं दंडित होने के फलस्वरूप हम सबों को लाभान्वित कर रहा है। शाखा मंत्री मुकेश सिंह ने बताया कि किस प्रकार रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिवारों को प्रशासन द्वारा रेलवे क्वार्टरों से निष्कासित एवं बर्बरता पूर्वक मारपीट कर जेल भेज दिया गया था कई कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा हालांकि बाद में एआईआरएफ एवं ईसीआरकेयू के प्रयास से उन्हें सम्मान पूर्वक वापस नौकरी मे लिया गया। यह सब हमारी नहीं बल्कि यूनियन की ताकत के बदौलत हुआ। शाखा अध्यक्ष मधुर लाल मंडल ने बताया कि संगठन को ताकतवर बनाए रखने में रेलवे कर्मचारियों का अहम योगदान होता है। प्रशासन आज के दौर में प्रत्येक संगठन को तोड़ने का कार्य कर रही है इसलिए हम सभी नए तथा पुराने कर्मचारियों को यूनियन तथा एआईआरएफ के साथ जुड़ कर रहना अति आवश्यक है नहीं तो अमर शहीदों के बलिदान के फलस्वरूप मिले हुए सभी प्रकार के अधिकार को या सुविधाएं को एक एक कर सरकार /प्रशासन बंद कर देगी।
आज के इस कार्यक्रम में यूनियन के सभी पदाधिकारी, सीसीएम , डेलीगेट, महिला शाखा ,युवा शाखा के सारे पदाधिकारी एवं बहुत सारे रेल कर्मचारी एवं उनके परिवार उपस्थित थे।

Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *